Class 10 Science Chapter 8 Question Answer in Hindi

अगर आप Class 10 Science Chapter 8 Question Answer in Hindi ढूँढ़ रहे तो आप बिलकुल सही जगह पर हैं Class 10 Science Chapter 8 Question Answer in Hindi|जीव जनन कैसे करते हैं के लिए RBSE बोर्ड परीक्षा में आपकी मदद करेंगे। इस लेख में Class 10 Science Chapter 8 Question Answer in Hindi जीव जनन कैसे करते हैं पृष्ठ संख्या 142,146,154 के पाठगत प्रश्न प्रदान किए गए हैं।इस के साथ आप class 10 science chapter 9 question answer in Hindi भी जरूर पढ़े जो कि Biology का ही अध्याय है |

Class 10 Science Chapter 8 Question Answer in Hindi

Class 10 Science Chapter 8 Question Answer in Hindi जीव जनन कैसे करते हैं हिंदी माध्यम में उपलब्ध करवाए गए हैं । छात्र बिना किसी संकोच और परेशानी के सभी सामग्री का उपयोग करने के लिए स्वतंत्र हैं।
इस लेख में आपको RBSE Solutions for Class10 Science Chapter 8 in Hindi जीव जनन कैसे करते है , से संबंधित महत्वपूर्ण बिंदु भी प्रदान किए हैं जो अध्याय को बेहतर तरीके से समझने में आपके लिए बहुत मददगार होंगे।

Class 10 Science Chapter 8 Question Answer in Hindi जीव जनन कैसे करते हैं पढ़ने से पहले, आपको मुख्य विषयों और उप-विषयों को जानना चाहिए।आपको परीक्षा की अच्छी तैयारी के लिए Chapter 8 Extra questions अवश्य पढने चाहिए |

Class 10 Science Chapter 8 Question Answer in Hindi Overview

1. क्या जीव पूर्णत: अपनी प्रतिकृति का सृजन करते हैं ?
i. विभिन्नता का महत्व
2. एकल जीवों में प्रजनन की विधि
i.विखंडन
ii.खंडन
iii.पुनरुद्भवन(पुनर्जनन)
iv.मुकुलन
v. कायिक प्रवर्धन
vi. बीजाणु समासंघ
3.लैंगिक जनन
i.लैंगिक जनन प्रणाली क्यों?
ii. पुष्पी पौधों में लैंगिक जनन
iii. मानव में लैंगिक जनन
a.नर जनन तंत्र
b. मादा जनन तंत्र
c. क्या होता है जब अंड का निषेचन नहीं होता?
d. जनन स्वास्थ्य

Class 10 Science Chapter 8 Question Answer in Hindi Intext questions

Class 10 Science Chapter 8 Question Answer in Hindi Page  – 142

Q.1 डीएनए प्रतिकृति का प्रजनन में क्या महत्व है?
उत्तर- पर्यावरण स्थिर नहीं है; यह लगातार बदलता रहता है इसलिए विशेष प्रजाति इस परिवर्तित वातावरण में जीवित नहीं रह पाएगी । प्रजनन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें एक जीव अपने सामान संतान या संतति उत्पन्न करता है। इस प्रक्रिया में लक्षण या गुण डीएनए प्रतिकृति के द्वारा अगली पीढ़ी में प्रेषित होते हैं।

प्रजनन में डीएनए प्रतिकृति का निम्नलिखित महत्व है
i. प्रजातियों की विशेषताओं या लक्षणों को बनाए रखता है।
ii. जीवन के निरंतर अस्तित्व को बनाए रखता है
iii. जीवों के लक्षण उनकी संतति को संचरित होते हैं।
iv. यह जीवों में भिन्नता उत्पन्न करता है जो नई प्रजातियों के विकास का आधार है।

Q.2 जीवों में विभिन्नता स्पीशीज के लिए आवश्यक है परन्तु व्यष्टि के लिए आवश्यक नहीं है ,क्यों ?
उत्तर- विविधताएं एक प्रजाति के लिए आवश्यक होती हैं और उन्हें बदले हुए वातावरण में जीवित रहने में सक्षम बनाती हैं। एक प्रजाति में एक अनुकूल भिन्नता उन्हें बदले हुए वातावरण में जीवित रखती है। एक बदले हुए वातावरण में अलग-अलग जीव मर जाते हैं लेकिन उनकी संतानें एक बदले हुए वातावरण में जीवित रहती हैं। इसलिए हम कह सकते हैं कि विविधताएं एक प्रजाति के लिए आवश्यक होती हैं लेकिन व्यष्टि के लिए आवश्यक नहीं है |

Class 10 Science Chapter 8 Question Answer in Hindi Page – 146

Q.1 द्विखंडन बहुखंडन से किस प्रकार भिन्न होता है?
उत्तर- द्विखंडन :- इस विधि में; केन्द्रक दो भागों में विभाजित होता है और कोशिकाद्रव्य के विभाजन से दो पुत्री जीव बनते हैं।
बहुखंडन :- इस विधि में; नाभिक कई भागों में विभाजित होता है और प्रत्येक परमाणु भाग को कुछ कोशिका द्रव्य प्राप्त करने से एक पुत्री जीव बनता है।

प्रश्न 2. बीजाणु द्वारा जनन से जीव किस प्रकार लाभान्वित होता है ?
उत्तर- एक जीव बीजाणुओं के माध्यम से प्रजनन करता है तो उसे को निम्नलिखित तरीकों से लाभ होता है –
(i) बीजाणु बड़ी संख्या में बनते हैं।
(ii) बीजाणुओं की एक बाहरी मोटी परत होती है जो प्रतिकूल परिस्थितियों में उनकी रक्षा करती है, जब परिस्थितियां अनुकूल (उचित नमी) हो जाती हैं, तो वे वृद्धि कर सकते हैं।

Q.3 क्या आप कुछ कारण सोच सकते हैं जिससे पता चलता है कि जटिल संरचना वाले जीव पुनरुद्धभवन द्वारा नयी संतति उत्पन्न नहीं कर सकते हैं ?
उत्तर- अधिक जटिल जीव पुनरुद्धभवन के माध्यम से नए जीवों को जन्म नहीं दे सकते क्योंकि बहुकोशिकीय जीवों के पास उच्च और जटिल शरीर संगठन होता है , विभिन्न कार्य करने के लिए विशेष कोशिकाएं, ऊतक, अंग और अंग प्रणालियां हैं, इसलिए वे पुनरुद्धभवन के माध्यम से प्रजनन नहीं कर सकते।

Q.4 कुछ पौधों को उगाने के लिए कायिक प्रवर्धन का उपयोग क्यों किया जाता है?
उत्तर- निम्नलिखित कारणों से कुछ प्रकार के पौधों को उगाने के लिए कायिक प्रवर्धन का उपयोग किया जाता है-
(i) कुछ पौधे जैसे केला, संतरा और गुलाब बीज पैदा नहीं करते हैं इसलिए उन्हें उगाने के लिए कायिक प्रवर्धन का अभ्यास किया जाता है।
(ii) नए पौधों को पहले विकसित करने के लिए कायिक प्रवर्धन एक तीव्र तरीका है।
(iii) कायिक प्रवर्धन द्वारा उगाए गए पौधों में बीज से उत्पन्न होने वाले पौधों की तुलना में पहले फूल और फल लगते हैं।
(iv) कायिक प्रवर्धन की प्रक्रिया द्वारा बीजरहित फल उत्पन्न होते हैं।
(v) इस विधि द्वारा विभिन्न प्रजातियों में वांछित लक्षणों को बनाए रखा जा सकता है।

Q.5 डीएनए की प्रतिकृति बनाना जनन के लिए आवश्यक है क्यों ?
उत्तर- डीएनए की प्रतिकृति जनन की प्रक्रिया के लिए आवश्यक है क्योंकिइससे जीवों की विशेषताओं को उसकी संतानों तक पहुँचाया जा सकता है और इस प्रक्रिया में कुछ संतानों में विभिन्नताएँ भी उत्पन्न होती हैं। इन विविधताओं से संतानों में कुछ परिवर्तन होते हैं जो एक जीव को बदलती परिस्थितियों में जीवित रहने की क्षमता प्रदान करते हैं।

Class 10 Science Chapter 8 Question Answer in Hindi Page  – 154

Q.1 परागण क्रिया , निषेचन से किस प्रकार भिन्न है?
उत्तर- परागण:- इस प्रक्रिया में परागकण (नर युग्मक) फूल के परागकोष से उसी या अन्य फूल के वर्तिकाग्र में स्थानांतरित हो जाते हैं।
निषेचन :- इस विधि में ; परागकण (नर युग्मक) मादा युग्मक (अंडा कोशिका) के साथ मिलकर युग्मनज बनाते हैं।

Q.2 शुक्राशय और प्रोस्टेट ग्रंथि की क्या भूमिका है?
उत्तर- शुक्राशय और प्रोस्टेट ग्रंथि एक तरल पदार्थ को स्रावित करता है जो वीर्य का एक हिस्सा बनाता है। शुक्राशय (वीर्य पुटिका) से स्रावित द्रव 60% वीर्य का निर्माण करता है। यह शुक्राणुओं के परिवहन को सुचारू बनाता है। यह द्रव मूत्रमार्ग में मौजूद एसिड से शुक्राणुओं की रक्षा करता है और शुक्राणुओं को फ्रुक्टोज, कैल्शियम और कुछ एंजाइमों के रूप में पोषण प्रदान करता है।

Q.3 यौवनारम्भ के समय लड़कियों में क्या परिवर्तन दिखाई देते हैं?
उत्तर- यौवनारम्भ के समय लड़कियों में होने वाले विभिन्न परिवर्तन निम्न हैं:
1. स्तन और आकार बढ़ता है और स्तन ग्रंथि विकसित होती है।
2. बगल और जांघ क्षेत्र के नीचे बाल उगते हैं।
3. कूल्हे चौड़े होते हैं।
4. शरीर के विभिन्न हिस्सों जैसे कूल्हों और जांघों में वसा का जमाव।
5. फैलोपियन ट्यूब, गर्भाशय और योनि का बढ़ना।
6. अंडाशय से अंडोत्सर्ग शुरू होता हैं।
7. मासिक धर्म चक्र शुरू होता है।

Q.4 मां के शरीर से गर्भस्थ भ्रूण को पोषण किस प्रकार प्राप्त होता है?
उत्तर- मां के शरीर में भ्रूण को मां के रक्त से प्लेसेंटा(अपरा) की मदद से पोषण मिलता है। प्लेसेंटा भ्रूण और मातृ ऊतक द्वारा बनता है। प्लेसेंटा में विली होता है। माँ के ऊतकों में रिक्त स्थान होते हैं जो विली को ढकते हैं। विली मां से भ्रूण तक ग्लूकोज, ऑक्सीजन और अन्य पदार्थों के हस्तांतरण के लिए एक बड़ा सतह क्षेत्र प्रदान करता है।

Q.5 यदि कोई महिला कॉपर-टी का उपयोग कर रही है, तो क्या यह उसे यौन संचारित रोगों सेरक्षा करेगा ?
उत्तर- नहीं, यदि कोई महिला कॉपर-टी का उपयोग कर रही है, तो यह उसे यौन संचारित रोगों से बचाने में मदद नहीं करेगी।

Class 10 Science Chapter 8 Question Answer in Hindi अभ्यास प्रश्न

Q.1 अलैंगिक जनन मुकुलन द्वारा होता है?
(a) अमीबा
(b) यीस्ट
(c) प्लास्मोडियम
(d) लेस्मानिया
उत्तर- (b) यीस्ट

Q.2 निम्न में से कौन मानव में मादा जनन तंत्र का भाग नहीं है?
(a) अंडाशय
(b) गर्भाशय
(c) शुक्र वाहिका
(d) डिम्ब वाहिनी
उत्तर- (c)शुक्र वाहिका

Q.3 परागकोश में होते है
(a) बाह्यदल
(b) अंडाशय
(c) अंडप
(d) पराग कण
उत्तर- (d) पराग कण

Q.4 अलैंगिक जनन की अपेक्षा लैंगिक जनन के क्या लाभ हैं?
उत्तर- (i) लैंगिक प्रजनन में संतान अपने माता-पिता के समान होती है, लेकिन सम्पूर्ण रूप से उनके समान या एक दूसरे के समान नहीं होती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि संतान को दो अलग-अलग माता-पिता से जीन प्राप्त होते हैं। ये जीन विभिन्न संयोजनों में आपस में योजित होते हैं। इसके कारण सभी संतानों में आनुवंशिक भिन्नताएँ होती हैं। इसलिए लैंगिक जनन में, विभिन्न विविधताओं के कारण संतानों के पास अपने परिवेश के अनुकूलन होते हैं और वे जीवित रह सकते हैं।
(ii) अलैंगिक जनन में संतति अपने माता-पिता के लगभग समान हैं क्योंकि उनके पास उनके माता-पिता के समान जीन हैं। अत: अलैंगिक जनन में अधिक आनुवंशिक भिन्नता संभव नहीं है। तो अलैंगिक प्रजनन में कम आनुवंशिक विविधताओं के कारण, यह जैव उद्विकास को रोकता है।

.

Q.5 मानव में वृषण के क्या कार्य हैं?
उत्तर- वृषण के कार्य इस प्रकार हैं
(i) वृषण में शुक्राणु बनते हैं।
(ii) ये टेस्टोस्टेरोन हार्मोन को स्त्रावित करते हैं जो शुक्राणुओं के निर्माण को नियंत्रित करता है और यौवनारम्भ के समय लड़कों के लक्षणों में परिवर्तन उत्पन्न करता है।

Q.6 ऋतु स्त्राव क्यों होता है?
उत्तर- लड़कियों या महिलाओं में युवावस्था में, अंडाशय नियमित रूप से अंडे (डिंब) उत्सर्जित करते रहते हैं और साथ ही गर्भाशय की परत निषेचित अंडे प्राप्त करने के लिए मोटी होने लगती है लेकिन यदि शुक्राणु उपलब्ध नहीं होते है तो अंडा (डिंब) निषेचित नहीं होता है तो मोटी और मुलायम आंतरिक परत की अब गर्भाशय को जरूरत नहीं होती है और इसलिए वह परत धीरे धीरे टूटने लगती है | रक्त और मृत अंडों के साथ-साथ गर्भाशय की मोटी और मुलायम अंदरूनी परत योनि से रक्त के रूप में बाहर आता है जिसे मासिक धर्म कहा जाता है। मासिक धर्म हर 28 दिनों के अंतराल के बाद होता है।

Q.7 पुष्प की अनुदैर्ध्य काट का नामांकित चित्र बनाइए।
उत्तर –

पुष्प की अनुदैर्ध्य काट का नामांकित चित्र class 10 science
पुष्प की अनुदैर्ध्य काट का नामांकित चित्र

Q.8 गर्भनिरोधन की विभिन्न विधियां कौनसी हैं?
उत्तर- गर्भनिरोधक के विभिन्न तरीके निम्नलिखित हैं-
(i) रासायनिक विधि: इस विधि में एक महिला गोलियों का उपयोग करती है जो हार्मोनल संतुलन को प्रभावित करती हैं और फैलोपियन ट्यूब में डिंब(अण्डों)के उत्सर्ग को दबा देती हैं। इन्हें मौखिक गर्भनिरोधक कहा जाता है। इसके साथ दूसरी ओर योनि में रखने के लिए गोलियाँ/क्रीम का उपयोग किया जाता इनमें मौजूद रसायन शुक्राणुनाशक होते हैं जो योनि मार्ग में यात्रा के दौरान शुक्राणुओं को मार देते हैं।
(ii) बैरियर विधि: इस विधि में कंडोम, डायाफ्राम और सरवाइकल कैप का उपयोग किया जाता है जो संभोग के दौरान महिला जननांग पथ में शुक्राणुओं के प्रवेश को रोकता है।
(iii) अंतर्गर्भाशयी गर्भनिरोधक उपकरण: अंतर्गर्भाशयी गर्भनिरोधक उपकरण जैसे कॉपर-टी को अस्पतालों में गर्भाशय में सुरक्षित रूप से रखा जाता है। यह शुक्राणुओं को गर्भाशय तक पहुंचने से रोकता है।
(iv) सर्जिकल विधि : इस विधि में नर के वास डिफेरेन्स(शुक्र वाहिका) का एक छोटा सा भाग तथा स्त्री की फैलोपियन ट्यूब को शल्य चिकित्सा द्वारा काटा या बांधा जाता है। इसे पुरुषों में पुरुष नसबंदी और महिलाओं में ट्यूबेक्टॉमी कहा जाता है।

Q.9 एककोशिक और बहुकोशिक जीवों में जनन के पद्धति में क्या अंतर हैं?
उत्तर- एककोशिकीय जीवों में प्रजनन द्विखंडन या बहुखंडन (अलैंगिक प्रजनन) द्वारा होता है जबकि बहुकोशिकीय जीवों में प्रजनन नवोदित (हाइड्रा), कायिक प्रसार अलैंगिक विधियों और नर और मादा युग्मकों (यौन प्रजनन) के संलयन द्वारा होता है।

Q.10 जनन किसी स्पीशीज की समष्टि के स्थायित्व में किस प्रकार सहायक है?
उत्तर- किसी विशेष प्रजाति की जनसंख्या मृत्यु या अन्य कारणों से घटती है लेकिन प्रजनन नए जीवों को स्पीशीज (प्रजातियों) में जोड़ता है। प्रजनन उन जीवों की प्रतियां बनाने में भी मदद करता है जो एक विशेष वातावरण के अनुकूल होते हैं।

Q. 11 गर्भनिरोधक युक्तियाँ अपनाने के क्या कारण हो सकते हैं?
उत्तर- गर्भ निरोधकों युक्तियों को अपनाने के निम्नलिखित कारण:
(i) अनचाहे गर्भ की रोकथाम के लिए।
(ii) जन्म दर को नियंत्रित करने और जनसंख्या में वृद्धि को रोकने के लिए
(iii) ये विधियां यौन संचारित रोग को रोकती हैं।

Class 10 Science Chapter 8 Question Answer in Hindi महत्वपूर्ण बिंदु

1. अन्य जैव प्रक्रमों के विपरीत, किसी जीव के अपने अस्तित्व के लिए जनन आवश्यक नहीं है।
2. जनन मेंके कोशिका द्वारा डी.एन.ए. प्रतिकृति का निर्माण तथा अतिरिक्त कोशिकीय संगठन का सृजन होता है|
3. विभिन्न जीवों द्वारा अपनाए जाने वाले जनन की प्रणाली उनके शारीरिक अभिकल्प पर निर्भर करती हैं।
4. खंडन विधि में जीवाणु और प्रोटोजोआ की कोशिका विभाजित होकर दो या बस दो या अधिक संतति कोशिका का निर्माण करती है।
5. यदि हाइड्रा जैसे जीवों का शरीर कई टुकड़ों में विलग हो जाए तो प्रत्येक भाग से पुन्रुद्भवन द्वारा नए जीव विकसित हो जाते हैं |इनमे कुछ मुकुल उभर कर नए जीव में विकसित हो जाते हैं |
6. कुछ पौधों में कायिक प्रवर्धन द्वारा जड़, तना अथवा पत्ती से नए पौधे विकसित होते है।
7. उपरोक्त अलैंगिक जनन के उदाहरण हैं जिसमे संतति की उत्पति एक एकल जीव (व्यष्टि) द्वारा होती हैं।
8. लैंगिक जनन में संतति उत्पान हेतु दो जीव भाग लेते हैं |
9. डीएनए की प्रतिकृति की तकनीक से विभिन्नता उत्पन्न होती है जो स्पीशीज के अस्तित्व के लिए लाभप्रद है | लैंगिक जनन द्वारा अधिक विभिन्नताएं उत्पन्न होती हैं |
10. पुष्पी पौधों में जनन प्रक्रम में परागकण परागकोश से स्त्रीकेसर के वर्तिकाग्र तक स्थानांनतरित होते हैं जिसे परागण कहते हैं। इसका अनुगमन निषेचन द्वारा होता है।
11. यौवनारम्भ में शरीर में अनेक परिवर्तनआते हैं उदाहरण के लिए लड़कियों में स्तन का विकास और लड़कों में चेहरे पर नए बालों का आना, लैंगिक परिपक्वता के चिह्न हैं।
12. मानव में नर जनन तंत्र में वृषण, शुक्राणुवाहिनी, शुक्राशय , प्रोस्टेट ग्रंथि, मूत्रमार्ग और शिश्न होते हैं ।वृषण शुक्राणु उत्पन्न करते हैं |
13. मानव में मादा जनन तंत्र में अंडाशय, डिम्बवाहिनी , गर्भाशय और योनि पाए जाते है।
14. मानव में लैंगिक जनन प्रक्रिया में शुक्राणुओ को स्त्री की योनि में स्थानान्तरण होता है तथा निषेचन डिम्ब वाहिनी में होता है |
15.गर्भ निरोधी युक्तियाँ अपनाकर गर्भ धारण रोका जा सकता है| कन्डोम ,गर्भ निरोधी गोलियाँ,कॉपर टी तथा अन्य युक्तियाँ इसके उदाहरण हैं |

Also read –

RBSE Class 10 Science
  1. Chapter -1- रासायनिक अभिक्रिया और समीकरण
  2. Chapter-2- अम्ल ,क्षार और लवण
  3. Chapter-3- धातु और अधातु 

Leave a Comment