आज हम RBSE Activity 2.6 Class 10 Science Solutions in Hindi को अच्छे से समझने वाले हैं जो कि अध्याय 2 अम्ल , क्षार और लवण पर आधारित हैं |
गतिविधि(Activity in Hindi)
- परखनली में लगभग 2 मिलीलीटर तनु NaOH का घोल लीजिये और उसमे दो बूंदे फेनोफ्थेलिन विलयन डालिए |
- विलयन का रंग क्या है?
- इस विलयन में एक एक बूंद तनु HCl विलयन मिलाइए |
- क्या अभिक्रिया मिश्रण के रंग में कोई परिवर्तन आया ?
- अम्ल मिलाने के बाद फिनोलफ्थेलिन का रंग क्यों बदल गया?
- अब उपरोक्त मिश्रण में NaOH की कुछ बूंदें मिलाएं।
- क्या फिनोलफथेलिन पुन: गुलाबी रंग का हो गया ?
- आपके विचार से ऐसा क्यों होता है?
अवलोकन(Observation )
जब NaOH विलयन में फिनोलफ्थेलीन मिलाया जाता है , तो विलयन गुलाबी हो जाता है लेकिन इसमें HCl की कुछ बूंदें मिलाने पर गुलाबी रंग गायब हो जाता है।
फिनोलफ्थेलीन एक रासायनिक सूचक है जो क्षारक के साथ गुलाबी रंग देता है |
जब उपरोक्त विलयन में तनु HCl मिलाया जाता है तो अम्ल व् क्षार की उदासीनीकरण अभिक्रिया होती है जिसके कारण गुलाबी रंग गायब हो जाता है |
NaOH + HCl → NaCl + H2O
जब पुन: मिलाया जाता है तो गुलाबी रंग पुन: आ जाता है, क्यों कि अम्ल का प्रभाव नष्ट हो जाता है|
निष्कर्ष(Conclusion)
इस क्रियाकलाप से पता चलता है कि अम्ल , क्षारक की प्रकृति को नष्ट कर देता है और क्षारक , अम्ल की प्रकृति को नष्ट कर देता है , इस प्रकार दोनों एक दूसरे के प्रभाव को उदासीन कर देते है |
Q1. उदासीनीकरण अभिक्रिया क्या है?
उत्तर – अम्ल एवं क्षारक की अभिक्रिया के फलस्वरूप लवण और जल का निर्माण होता है और दोनों का प्रभाव परस्पर समाप्त हो जाता है , इसे उदासीनीकरण अभिक्रिया कहते हैं |
Q2. उपरोक्त अभिक्रिया के लिए एक रासायनिक समीकरण लिखिए।
उत्तर – NaOH + HCl → NaCl + H2O